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कोई तो हो जो सुने तो सुने
बस मेरी निगाहों को
क्योंकि जुबान पर अक्सर ताले और नजरो में
बहुत सारी परेशानियां रखता हूं मैं
वो मुझसे बात करने आये और कहे
कि मुझसे नजरे मिलाओ और फिर
हो यू कि वो कहे कि कुछ कहना चाहते हो
जो नही कहना चाहते वो तो मैने सुन लिया
इसे जोर जोर से ये बताये
कि इसकी बची कुची दीवारे मैली है
जो रँगी जा सकती है
कुछ तस्वीरें टँगी है अब भी पुरानी है
जो फेंकी जा सकती है
हा वैसे काफी नुकसान तो हुआ है
दरो दीवार टूटने से मगर इसकी
बुनियाद अब भी सलामत है
कोई तो हो जो देखे और देखे
बस मुझको कहे मुझसे
कि ये मुसकुराहट ना खूबसूरत तो है
मगर खास नही खास है
ये जख्म जो तूने कमाए है
पहले नही कहे मुझसे कि ये खुशी मेरी है
नही कहे मुझसे कि जो मैं दिखती हु
अब वो मैं हु नही
मुझसे कि मैं अपनी नज़्मो
को अपनी जहन के आगे का पर्दा
बना कर रखती हूं पर्द जिसके आर पार दिखता है
कहे मुझसे कि मेरी मुस्कुराहट मेरी नाकाम कोशिशें है
अपने जज्बात पर लगाम लगाने की
कहे मुझसे की ये नकाब उतारकर रख दे
तू आईना देख महज खुद को देखने के लिए छुपाने के लिए नही
कहे मुझसे कि तू दर्द का चेहरा है
दरारों से भरा हुआ बिगाड़ा हुआ
दर्द जो हसीन है इश्क़ है
कहे मुझसे कि तू दर्द है
हसीन है इश्क़ है
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