Kanha Kamboj Shayari | Best Shayari in 2020 | Hindi Shayari
कान्हा काम्बोज शायरी|कान्हा काम्बोज की दिल को छू जाने वाली शायरी | Kanha Kamboj Shayari Kanha Kamboj Kanha Kamboj Latest shayari Kanha ki best Shayari बात मुझे मत बता क्या बात रही है रह साथ उसके, जिसके रात रही है जरा भी नही हिचकिचाई रोते हुए बेआबरू बता तेरे जिस्म से ओर कितनो की मुलाकात रही है Don't tell me what's the matter Stay with her, whose night has been Not a little hesitant crying disrespectfully Tell me how many people have met your body वस्ल की रात बस एक किस्सा बनकर रह गयी मेरे हाथों में तेरी यादों की हवालात रही है वक्त के चलते हो जाएगा सब ठीक अंत भला क्या होगा, बुरी जिसकी सुरुआत रही है बदन के निशान बताये गए जख्म पुराने मोहतरमा कमजोर कितनी यहाँ मेरी याददाश्त रही है The night of Vassal was just a story My memories have been in your hands Everything will be fine with time What will be the end Wounds of the body were described as old Love गैर के साथ भीगती रही वो रातभर बड़ी बेबस वो बरसात रही है कुछ अश्क बाकी रह गया तेरा मुझपे वरना कब किसकी इतनी कहि बरदाश्त रही है Sh